आपकी लाइफ में आपको कभीना कभी बुखार तो आया ही होगा, पर क्या आप ये जानते है की आपको बुखार क्यों आता है।
तो आज हम जानेंगे की हमें बुखार क्यों आता है। जैसे की हमारी Normal Human Body का Temperature 37 डिग्री सेल्सियस यानी कि 98.6 डिग्री Fahrenheit होता है जो हमारे शरीर से बाहर का तापमान कम हो या ज्यादा हो लेकिन हमारे शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस पर ही बना रहता है।
यह तापमान 1 डिग्री कम या ज्यादा होता रहता है, जो कि एक नॉर्मल बात है। अब आप सोच रहे होंगे कि हमें बुखार है या नहीं इसका पता कैसे चलेगा। जब भी हमारे शरीर का तापमान 100 डिग्री Fahrenheit से अधिक बढ़ जाता है तो आप को समझ लेना चाहिए कि आप को बुखार है।
हमें बुखार क्यों आता है?
हमारे खून में केमिकल बेहाता रहता है इसी केमिकल के कारण हमें बुखार होता है। यह केमिकल बैक्टीरिया और वायरस से लड़कर हमारे Immune System की मदद करता है।
हमारे दिमाग में हाइपोथेलेमस हमारे शरीर के टेंपरेचर को नियंत्रित करने का काम करता है और शरीर के थर्मोस्टेट के रूप में भी काम कर हाइपोथैलेमस को पीरु गेम नामक फ्लोटिंग Biochemical पदार्थों द्वारा Trigger किया जाता है।
कुछ पीरों गेम शरीर की उसको द्वारा बनाए जाते हैं बहुत से लोग जनक भी फिर उसको बनाते हैं जब हाइपोथैलेमस तुम कब पता लगाता है। तो यह शरीर को अधिक गर्मी उत्पन्न करने और बनाए रखने के लिए कहता है इस प्रकार बुखार पैदा होता है।
क्या आप जानते हैं बुखार infection से लड़ने में हमारी मदद करता है यानी कि हमारे शरीर के लिए अच्छा ही होता है। अगर हमारे शरीर का टेंपरेचर 104 डिग्री Fahrenheit से ऊपर है तब यह हमारे लिए खतरा बन सकता है इसे रोकने के लिए हमें तुरंत डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए। अब आप समझ गए होंगे कि हमें बुखार क्यों आता है।
बुखार के प्रकार (Types of Fever)
- वायरल के इंफेक्शन से होने वाला बुखार
- चिकनगुनिया से होने वाला बुखार (मच्छर के काटने से होता हे)
- कमजोरी के कारन से होने वाला बुखार
- मलेरिया से होने वाला बुखार
- दिमागी बुखार
- डेंगू से होने वाला बुखार