Sanskrit Numbers 1 to 100 | 1-50 & 51-100 Full List
संस्कृत में 1 से 50 तक संख्या
संस्कृत एक प्राचीन और समृद्ध भाषा है, जो भारतीय संस्कृति और विज्ञान में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। संस्कृत में संख्या प्रणाली भी बहुत आकर्षक और गहरी है। इस लेख में हम संस्कृत में 1 से 50 तक की संख्याओं के बारे में जानेंगे।
1 से 50 तक की संस्कृत संख्याएँ
- एक (Eka)
- द्वे (Dve)
- त्रीणि (Trīṇi)
- चत्वारि (Cattvāri)
- पञ्च (Paṅca)
- षट् (Ṣaṭ)
- सप्त (Sapta)
- अष्ट (Aṣṭa)
- नव (Nava)
- दश (Daśa)
- एकादश (Ekādaśa)
- द्वादश (Dvādaśa)
- त्रयोदश (Trayodaśa)
- चतुर्दश (Caturdaśa)
- पञ्चदश (Pañcadaśa)
- षोडश (Ṣoḍaśa)
- सप्तदश (Saptadaśa)
- अष्टादश (Aṣṭādaśa)
- नवदश (Navadaśa)
- विंशति (Viṁśati)
- एकविंशति (Eka viṁśati)
- द्वाविंशति (Dvāvīṁśati)
- त्रिविंशति (Trīviṁśati)
- चतुर्विंशति (Caturviṁśati)
- पञ्चविंशति (Pañcaviṁśati)
- षट्विंशति (Ṣaṭviṁśati)
- सप्तविंशति (Saptaviṁśati)
- अष्टाविंशति (Aṣṭāviṁśati)
- नवविंशति (Navaviṁśati)
- त्रिंशत् (Triṁśat)
- एकत्रिंशत् (Ekatriṁśat)
- द्वात्रिंशत् (Dvātṛiṁśat)
- त्रयस्त्रिंशत् (Trayastriṁśat)
- चतुस्त्रिंशत् (Caturastriṁśat)
- पञ्चस्त्रिंशत् (Pañcastriṁśat)
- षट्स्त्रिंशत् (Ṣaṭs triṁśat)
- सप्तस्त्रिंशत् (Saptastriṁśat)
- अष्टस्त्रिंशत् (Aṣṭastriṁśat)
- नवस्त्रिंशत् (Navastriṁśat)
- चत्वारिंशत् (Cattvāriṁśat)
- एकचत्वारिंशत् (Ekacattvāriṁśat)
- द्वाचत्वारिंशत् (Dvācattvāriṁśat)
- त्रिचत्वारिंशत् (Tricattvāriṁśat)
- चतुष्चत्वारिंशत् (Catuścattvāriṁśat)
- पञ्चचत्वारिंशत् (Pañcacattvāriṁśat)
- षट्चत्वारिंशत् (Ṣaṭcattvāriṁśat)
- सप्तचत्वारिंशत् (Saptacattvāriṁśat)
- अष्टचत्वारिंशत् (Aṣṭacattvāriṁśat)
- नवचत्वारिंशत् (Navacattvāriṁśat)
- पञ्चाशत् (Pañcāśat)
संस्कृत में संख्याएँ न केवल गणितीय दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि इनकी संरचना भी बहुत सुंदर और विचारशील है। संस्कृत की संख्या प्रणाली का उपयोग संस्कृत साहित्य, शास्त्र और अन्य धार्मिक ग्रंथों में भी देखा जाता है। इस लेख में हमने 1 से 50 तक की संस्कृत संख्याओं का परिचय दिया।
संस्कृत में 51 से 100 तक संख्या
संस्कृत में संख्याएँ सरल, सुसंगत, और आकर्षक होती हैं। अब हम 51 से 100 तक की संस्कृत संख्याओं का अध्ययन करेंगे:
51 से 100 तक की संस्कृत संख्याएँ
- एकपञ्चाशत् (Ekapañcāśat)
- द्विपञ्चाशत् (Dvapañcāśat)
- त्रिपञ्चाशत् (Tripañcāśat)
- चतुःपञ्चाशत् (Catuḥpañcāśat)
- पञ्चपञ्चाशत् (Pañcapañcāśat)
- षट्पञ्चाशत् (Ṣaṭpañcāśat)
- सप्तपञ्चाशत् (Saptapañcāśat)
- अष्टपञ्चाशत् (Aṣṭapañcāśat)
- नवपञ्चाशत् (Navapañcāśat)
- षष्टि (Ṣaṣṭi)
- एकषष्टि (Ekaṣaṣṭi)
- द्वाषष्टि (Dvāṣaṣṭi)
- त्रयःषष्टि (Trayaḥṣaṣṭi)
- चतुःषष्टि (Catuḥṣaṣṭi)
- पञ्चषष्टि (Pañcaṣaṣṭi)
- षट्षष्टि (Ṣaṭṣaṣṭi)
- सप्तषष्टि (Saptāṣaṣṭi)
- अष्टषष्टि (Aṣṭāṣaṣṭi)
- नवषष्टि (Navāṣaṣṭi)
- सप्तति (Saptati)
- एकसप्तति (Ekasaptati)
- द्विसप्तति (Dvasaptati)
- त्रिसप्तति (Trisaptati)
- चतुःसप्तति (Catuḥsaptati)
- पञ्चसप्तति (Pañcasaptati)
- षट्सप्तति (Ṣaṭsaptati)
- सप्तसप्तति (Saptasaptati)
- अष्टसप्तति (Aṣṭasaptati)
- नवसप्तति (Navasaptati)
- अशीति (Aśīti)
- एकाशीति (Ekāśīti)
- द्विआशीति (Dvāśīti)
- त्र्याशीति (Tryāśīti)
- चतुःआशीति (Catuḥāśīti)
- पञ्चआशीति (Pañcāśīti)
- षट्आशीति (Ṣaṭāśīti)
- सप्तआशीति (Saptāśīti)
- अष्टआशीति (Aṣṭāśīti)
- नवआशीति (Navāśīti)
- नवति (Navati)
- एकनवति (Ekanavati)
- द्विनवति (Dvanavati)
- त्रिनवति (Trinavati)
- चतुःनवति (Catuḥnavati)
- पञ्चनवति (Pañcanavati)
- षट्नवति (Ṣaṭnavati)
- सप्तनवति (Saptanavati)
- अष्टनवति (Aṣṭanavati)
- नवनवति (Navanavati)
- शत (Śata)
संस्कृत में संख्याएँ न केवल गणना के लिए उपयोगी हैं, बल्कि ये भाषा की गहराई और सौंदर्य को भी दर्शाती हैं। 51 से 100 तक की संख्याओं का यह अध्ययन संस्कृत की संख्या प्रणाली को समझने में सहायक है।