जय अम्बे गौरी | Jai Ambey Gauri – Lyrics (हिन्दी)

Share This Post

Rate this post

यह आरती हिंदू देवी दुर्गा के एक रूप अंबा गौरी को समर्पित है। यह हिंदू त्योहार नवरात्रि के दौरान गाया जाता है, जो देवी का नौ दिवसीय उत्सव है।

आरती की शुरुआत अम्बा गौरी को नमस्कार से होती है। दूसरी कविता में उनकी शारीरिक बनावट का वर्णन किया गया है, जिसे अक्सर सुंदरता और शक्ति से जोड़ा जाता है। तीसरा श्लोक उसके कार्यों का वर्णन करता है, जिसमें राक्षसों को हराना और देवताओं की रक्षा करना शामिल है। चौथी कविता में उनके आशीर्वाद का वर्णन किया गया है, जिसमें इच्छाएं प्रदान करना और खुशी प्रदान करना शामिल है।

आरती अम्बा गौरी के प्रति समर्पण की एक सुंदर और शक्तिशाली अभिव्यक्ति है। यह उसकी ताकत, उसकी करुणा और उन लोगों की मदद करने की उसकी क्षमता की याद दिलाता है।


Jai Ambey Gauri Bhajan Lyrics | जय अम्बे गौरी (हिन्दी)

जय अम्बे गौरी

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी

ॐ जय अम्बे गौरी

मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को उज्ज्वल से दोउ नैना, चंद्रवदन नीको

ॐ जय अम्बे गौरी

कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै रक्तपुष्प गल माला, कंठन पर साजै

ॐ जय अम्बे गौरी

केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्पर धारी सुर-नर-मुनिजन सेवत, तिनके दुखहारी

ॐ जय अम्बे गौरी

कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती कोटिक चंद्र दिवाकर, सम राजत ज्योती

ॐ जय अम्बे गौरी

शुंभ-निशुंभ बिदारे, महिषासुर घाती धूम्र विलोचन नैना, निशदिन मदमाती

ॐ जय अम्बे गौरी

चण्ड-मुण्ड संहारे, शोणित बीज हरे मधु-कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे

ॐ जय अम्बे गौरी

भुजा चार अति शोभित, खडग खप्पर धारी मनवांछित फल पावत, सेवत नर नारी

ॐ जय अम्बे गौरी

कंचन थाल विराजत, अगर कपूर बाती श्रीमालकेतु में राजत, कोटि रतन ज्योती

ॐ जय अम्बे गौरी

श्री अंबेजी की आरती, जो कोइ नर गावे कहत शिवानंद स्वामी, सुख-संपति पावे

ॐ जय अम्बे गौरी

Jai Ambey Gauri Bhajan Lyrics in English

Hail Amba Gauri

Hail Amba Gauri, Mother, hail Shyama Gauri You are meditated upon day and night, by Hari, Brahma and Shiva

Om Jai Ambe Gauri

Your forehead is adorned with vermilion, your nose is adorned with musk Your eyes are bright, your face is beautiful

Om Jai Ambe Gauri

Your body is like gold, your clothes are red Your neck is adorned with a garland of red flowers, and your throat is adorned with a necklace

Om Jai Ambe Gauri

You ride on a lion, you hold a sword and a trident You are worshipped by gods, humans, and sages, and you remove their sorrows

Om Jai Ambe Gauri

Your ears are adorned with earrings, and your nose is adorned with a pearl Your light shines like a million suns

Om Jai Ambe Gauri

You killed Shumbha and Nishumbha, and you killed Mahishasura Your eyes are like smoke, and you are intoxicated day and night

Om Jai Ambe Gauri

You killed Chanda and Munda, and you destroyed the seed of poison You killed Madhu and Kaitabh, and you made the gods fearless

Om Jai Ambe Gauri

Your four arms are very beautiful, and you hold a sword and a trident Those who worship you, men and women, attain their desired fruits

Om Jai Ambe Gauri

A golden plate is adorned with camphor lamps In Sri Malkaet, you are enthroned, and a million jewels shine

Om Jai Ambe Gauri

Whoever sings this aarti of Ambaji, says Shivananda Swami, attains happiness and wealth

Om Jai Ambe Gauri


अम्बा गौरी निम्नलिखित से भी सम्बंधित हैं

  • लाल रंग: लाल अग्नि और रक्त का रंग है, और यह अंबा गौरी की शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है।
  • शेर: शेर जंगल का राजा है, और यह अम्बा गौरी की संप्रभुता और अधिकार का प्रतीक है।
  • मोर: मोर सुंदरता और अनुग्रह का प्रतीक है, और यह अंबा गौरी के स्त्री पहलू का प्रतिनिधित्व करता है।
  • कमल: कमल पवित्रता और ज्ञान का प्रतीक है, और यह अंबा गौरी की दिव्यता का प्रतिनिधित्व करता है।

अम्बा गौरी दुनिया भर के हिंदुओं की प्रिय देवी हैं। उनके कई आशीर्वादों के लिए उनकी पूजा की जाती है, जिनमें शामिल हैं:

  • हानि से सुरक्षा
  • शत्रुओं पर विजय
  • सभी प्रयासों में सफलता
  • बाधाओं का निवारण
  • धन और समृद्धि प्रदान करें
  • इच्छा पूर्ति

यदि आप अम्बा गौरी का आशीर्वाद लेना चाहते हैं, तो आप आस्था और भक्ति के साथ उनकी आरती “जय अम्बे गौरी” का पाठ कर सकते हैं।

अम्बा गौरी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

मां अम्बा गौरी कौन है?

अम्बा गौरी हिंदू देवी दुर्गा का एक रूप है। उन्हें पार्वती, शक्ति और काली के नाम से भी जाना जाता है। वह हिंदू देवताओं गणेश और कार्तिकेय की मां हैं।

अम्बा गौरी का क्या अर्थ है?

अम्बा गौरी का अर्थ है “ब्रह्माण्ड की माता।”

अम्बा गौरी की पूजा क्यों की जाती है?

अम्बा गौरी की पूजा उनकी शक्ति, करुणा और अपने भक्तों की रक्षा करने की क्षमता के लिए की जाती है। उनकी कई आशीर्वादों के लिए भी पूजा की जाती है, जिनमें नुकसान से सुरक्षा, दुश्मनों पर जीत, सभी प्रयासों में सफलता, बाधाओं को दूर करना और धन और समृद्धि प्रदान करना शामिल है।

अम्बा गौरी की पूजा में लाल रंग का क्या है महत्व?

लाल अग्नि और रक्त का रंग है और यह अम्बा गौरी की शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है। यह दुल्हन का रंग भी है, और यह अम्बा गौरी के स्त्री पहलू का प्रतिनिधित्व करता है।

अम्बा गौरी की पूजा में सिंह का क्या महत्व है?

शेर जंगल का राजा है, और यह अम्बा गौरी की संप्रभुता और अधिकार का प्रतीक है। यह अम्बा गौरी की शक्ति और साहस का भी प्रतिनिधित्व करता है।

अम्बा गौरी की पूजा में मोर का क्या है महत्व?

मोर सुंदरता और अनुग्रह का प्रतीक है, और यह अंबा गौरी के स्त्री पहलू का प्रतिनिधित्व करता है। यह राजसत्ता का भी प्रतीक है, और यह देवताओं की रानी के रूप में अंबा गौरी की स्थिति का प्रतिनिधित्व करता है।

अम्बा गौरी की पूजा में कमल का क्या महत्व है?

कमल पवित्रता और ज्ञान का प्रतीक है, और यह अम्बा गौरी की दिव्यता का प्रतिनिधित्व करता है। यह सुंदरता और अनुग्रह का भी प्रतीक है, और यह अंबा गौरी के स्त्री पहलू का प्रतिनिधित्व करता है।

अम्बा गौरी की पूजा करने के विभिन्न तरीके क्या हैं?

अम्बा गौरी की पूजा करने के कई अलग-अलग तरीके हैं। कुछ सामान्य तरीकों में शामिल हैं:

– उनकी आरती उतारें, “जय अम्बे गौरी”
– उन्हें प्रार्थनाएं और फूल अर्पित किए
– पूजा करना
– उसके बारे में कहानियाँ पढ़ना और सुनना
– उन्हें समर्पित मंदिरों के दर्शन करना

अम्बा गौरी की पूजा के क्या लाभ हैं?

अम्बा गौरी की पूजा के लाभों में शामिल हैं:

– हानि से सुरक्षा
– शत्रुओं पर विजय
– सभी प्रयासों में सफलता
– बाधाओं का निवारण
– धन और समृद्धि प्रदान करें
– इच्छा पूर्ति

अम्बा गौरी की पूजा में क्या है नवरात्रि का महत्व?

नवरात्रि नौ दिवसीय हिंदू त्योहार है जो अंबा गौरी की पूजा के लिए समर्पित है। नवरात्रि के दौरान, हिंदू उपवास करते हैं और अंबा गौरी की पूजा करते हैं। वे उनकी आरती भी गाते हैं और उनके बारे में कहानियाँ भी सुनते हैं।

नवरात्रि अम्बा गौरी की शक्ति और महिमा का जश्न मनाने का समय है। यह सुरक्षा, समृद्धि और इच्छाओं की पूर्ति के लिए उनका आशीर्वाद लेने का भी समय है।

Subscribe To Our Newsletter

Get updates and learn from the best

More To Explore